महाभारत में संजय कौन थे



महाभारत में संजय एक महत्वपूर्ण चरित्र थे जो राजा धृतराष्ट्र के सारथि और आत्मविश्वासी सलाहकार के रूप में उपस्थित थे। धृतराष्ट्र अंधे थे, इसलिए उन्हें युद्ध का कोई भी दृश्य देखने की शक्ति नहीं थी। इसलिए वे संजय को अपने सारथि के रूप में चुना, जो कुरुक्षेत्र में हो रहे युद्ध के घटनाओं को उन्हें सुनाता और विवरण प्रदान करता।

संजय को धृतराष्ट्र ने अपने पुत्र दुर्योधन के साथ भागीदारी का दौरा करने के लिए चुना था। उनका मुख्य कार्य धृतराष्ट्र को युद्ध के घटनाक्रम का सटीक विवरण देना था, ताकि वह अपने पुत्रों के साथ युद्ध की प्रगति को समझ सकें। संजय ने अपनी अद्वितीय शक्तियों का उपयोग करके कुरुक्षेत्र में हो रहे युद्ध के भयानक प्रतिस्पर्धा का विवरण दिया। उनका श्रेष्ठ कौशल और आध्यात्मिक ज्ञान धृतराष्ट्र को युद्ध के प्रति उनकी भयानक प्रेम और धर्मयुद्ध में आत्मबलिदान के लिए प्रशंसा की जाती है।

टिप्पणियाँ