भगवान श्रीकृष्ण कौन थे उनका संपूर्ण विवरण

 

भगवान श्रीकृष्ण हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता में से एक हैं। उन्हें श्रीभगवान का अवतार माना जाता है, जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का समय द्वापर युग में हुआ था, और उनका जन्म स्थल मथुरा, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था।


श्रीकृष्ण के पिता का नाम वसुदेव और माता का नाम देवकी था। उनका जन्म देवकी के प्रिय कुल गोकुल में हुआ, जहां उन्हें कंस नामक असुर राजा ने मारने की दस्तक दे दी थी। उनके जन्म के समय परिस्थितियों ने उन्हें योगेश्वर श्रीकृष्ण का रूप धारण करने पर विवश कर दिया था।


बचपन से ही, भगवान श्रीकृष्ण अद्भुत और चमत्कारी बालक थे। उनकी बाल लीलाएं, गोपियों के साथ रास लीला, गोवर्धन पूजा, शिशु रूप में पुतना वध, कालीया नाग वध, कंस वध, और अर्जुन को गीता उपदेश देना, उनकी अद्भुत कथाएँ और उपक्रम बहुत प्रसिद्ध हैं।


भगवान श्रीकृष्ण का जीवन और उनकी विचारधारा "भगवद गीता" के माध्यम से विश्व के लिए महत्वपूर्ण हैं। भगवद गीता में उन्होंने महाभारत के कुरुक्षेत्र युद्ध में अर्जुन को जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आध्यात्मिक उपदेश दिए थे।


भगवान श्रीकृष्ण का जीवन और उनके उपदेशों में नैतिकता, धर्म, और प्रेम की महत्वपूर्ण सीखें हैं। उन्हें भक्ति में मनाने वाले लोग उन्हें अपने आदर्श और गुरु मानते हैं, और उन्हें भगवान के रूप में पूजते हैं। भगवान श्रीकृष्ण की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए उनके भक्त अनेक प्रकार के उपासना और पूजा करते हैं।

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