भागवत पुराण क्या है और कब और किसने लिखा


 

"भागवत पुराण" भारतीय संस्कृति के प्रमुख पुराणों में से एक है, जो कि भगवान विष्णु के महात्म्य, लीलाएं, और उनके भक्तों के महत्व के बारे में चर्चा करता है। यह पुराण भगवत माहात्म्य के अद्वितीय अनुभव को व्यक्त करने का प्रयास करता है और भगवान की भक्ति को साधकों के लिए मार्गदर्शन करता है।

"भागवत पुराण" का रचयिता महर्षि वेदव्यास है, जो कि भारतीय संस्कृति के महान ऋषियों में से एक हैं। यह पुराण प्राचीन काल में लिखा गया था, लेकिन इसकी विशेष तिथि का निर्धारण करना कठिन है।

"भागवत पुराण" में भगवान विष्णु के अनेक अवतारों का वर्णन है, जैसे कि मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध, और कलिका अवतार। इसके अलावा, यह पुराण भगवान की लीलाएं, कथाएं, और अन्य धार्मिक विषयों पर भी चर्चा करता है।

"भागवत पुराण" के द्वारा, भगवान की भक्ति के महत्व, भक्तों के लक्षण, और उनकी प्राप्ति के मार्ग को समझाया गया है। इस पुराण का अध्ययन करने से धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान में वृद्धि होती है और व्यक्ति एक उत्तम जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करता है।

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