"आग्नेय पुराण" एक प्राचीन पुराण है जो भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह पुराण भगवान अग्नि के महात्म्य, धर्म, तपस्या, व्रत, तीर्थ यात्रा, और अन्य धार्मिक विषयों पर चर्चा करता है।
"आग्नेय पुराण" का रचयिता महर्षि वेदव्यास है, जो कि भारतीय संस्कृति के महान ऋषियों में से एक हैं। यह पुराण प्राचीन काल में लिखा गया था, लेकिन इसकी विशेष तिथि का निर्धारण करना कठिन है।
"आग्नेय पुराण" में धर्म, कर्म, तपस्या, और ध्यान के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई है। इस पुराण में भगवान अग्नि के विभिन्न महात्म्य, पूजा विधियाँ, और उनकी महत्वपूर्णता पर विस्तार से विचार किया गया है।
"आग्नेय पुराण" का मुख्य उद्देश्य धार्मिक ज्ञान को प्रसारित करना है और धार्मिक जीवन के मार्ग को प्रकाशित करना है। इस पुराण के अध्ययन से जीवन के धार्मिक, आध्यात्मिक, और सामाजिक पहलुओं पर विचार किया जा सकता है और एक उत्तम जीवन की दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त किया जा सकता है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें