"गरुड़ पुराण" एक प्रमुख पुराण है जो भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह पुराण भगवान विष्णु के वाहन, गरुड़ के महत्व, मृत्यु के बारे में ज्ञान, पितृ पूजा, और अन्य धार्मिक और सामाजिक विषयों पर चर्चा करता है।
"गरुड़ पुराण" का रचयिता महर्षि वेदव्यास है, जो कि भारतीय संस्कृति के महान ऋषियों में से एक हैं। यह पुराण प्राचीन काल में लिखा गया था, लेकिन इसकी विशेष तिथि का निर्धारण करना कठिन है।
"गरुड़ पुराण" में निम्नलिखित मुख्य विषयों पर चर्चा की गई है:
गरुड़ के महत्व और उनके संस्थापक गरुड़ के कथात्मक वर्णन।
मृत्यु के बारे में ज्ञान और मृत्यु के बाद का जीवन का वर्णन।
पितृ पूजा और श्राद्ध के महत्वपूर्णता।
धर्म, अधर्म, और कर्म के विषय में विस्तृत चर्चा।
भक्ति, ध्यान, और साधना के माध्यम से मोक्ष का उपाय।
इस पुराण के माध्यम से जीवन के महत्वपूर्ण विषयों पर विचार किया जाता है और धार्मिक ज्ञान को बढ़ावा दिया जाता है। गरुड़ पुराण मृत्यु और परलोक के विषय में ज्ञान प्रदान करता है और धर्मिक उपासना के माध्यम से अच्छे जीवन का मार्ग दिखाता है।
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